बीएमडब्ल्यू और डीपसीक: कार में एआई क्रांति
बीएमडब्ल्यू ने डीपसीक के साथ साझेदारी की है, जो चीन में कारों के लिए इन-कार एआई अनुभव को बेहतर बनाएगी। यह साझेदारी स्थानीय तकनीकों को शामिल करने की बीएमडब्ल्यू की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
बीएमडब्ल्यू ने डीपसीक के साथ साझेदारी की है, जो चीन में कारों के लिए इन-कार एआई अनुभव को बेहतर बनाएगी। यह साझेदारी स्थानीय तकनीकों को शामिल करने की बीएमडब्ल्यू की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
डीपसीक की प्रगति के बाद, AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर पुनर्विचार की आवश्यकता है। AI चिप्स, डेटा सेंटर और सिस्टम को कैसे बनाएं, इस पर ध्यान देना होगा। नई एल्गोरिदम नवाचारों के अनुकूल हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को डिजाइन करना होगा।
डीपसीक एआई पर डेटा चोरी और चीनी सरकार से संबंधों के आरोप लगे हैं, जिससे अमेरिकी सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। इस स्टार्टअप के विकास और प्रभाव पर चिंताएँ बढ़ रही हैं।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए डीपसीक एक 'गहरा खतरा' है। कांग्रेस की एक द्विदलीय समिति ने चिंता जताई है कि डीपसीक अमेरिकी सुरक्षा के लिए खतरा है। डीपसीक के चीनी सरकार से संबंध और जासूसी में कथित संलिप्तता पर सवाल उठाए गए हैं।
डीपसीक के R1 मॉडल ने AI बाजार में हलचल मचा दी। अब सवाल यह है कि कौन सी चीनी कंपनियां AI में आगे बढ़ेंगी? मूनशॉट AI, मैनस, अलीबाबा Qwen, Zhipu AI, MiniMax और Baichuan जैसी कंपनियां दौड़ में हैं।
डीपसीक एआई विकास में एक नई रणनीति का नेतृत्व कर रहा है। स्वायत्त वृद्धि, अनुमानी समय स्केलिंग और सुदृढीकरण सीखने पर जोर दिया गया है। यह दृष्टिकोण आगामी डीपसीक आर2 मॉडल को बदल सकता है।
चीन में AI स्टार्टअप्स, जो कभी अमेरिका को पछाड़ने की चाह रखते थे, अब चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और नई रणनीतियाँ अपना रहे हैं।
कभी 'छह AI बाघ' कहलाने वाले चीनी स्टार्टअप अब आला दर्जे की AI मॉडल रेस से हट रहे हैं, विशिष्ट बाज़ारों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
राष्ट्र संघर्ष में क्यों संलग्न होते हैं? संसाधनों की कमी इसका मूल कारण है। हमें एआई की अप्रत्याशित प्रगति के प्रति सतर्क रहना होगा, जो मानव समाज के लिए एक अपरिवर्तनीय मोड़ साबित हो सकता है।
हाउस सिलेक्ट कमिटी की रिपोर्ट चीनी एआई प्लेटफॉर्म डीपसीक से राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों को उजागर करती है। यह अमेरिकी डेटा को सीसीपी तक पहुंचाने, सीसीपी प्रचार को बढ़ावा देने और अवैध रूप से प्राप्त डेटा का उपयोग करने जैसे कार्यों का खुलासा करती है। रिपोर्ट एनवीडिया चिप्स पर निर्भरता पर भी सवाल उठाती है।